(टिम हेफेरनन)कोरोनावायरस कई सतहों पर कई दिन तक बना रह सकता है। इसलिए ऐसी सतहों को लगातार, अच्छे से साफ करते रहना जरूरी है, जिन्हें हम बार-बार छूते हैं। सतहों को डिसइनफेक्ट करने के लिए कई तरह के कैमिकल और लिक्विड बाजार में उपलब्ध हैं। जरूरी यह है कि डिसइनफेक्टैंट (कीटाणुनाशक) को सही ढंग से इस्तेमाल कैसे किया जाए।
कोई भी डिसइनफेक्टैंट तुरंत असर नहीं करता। सतह पर इसका पूरा असर होने में कम से कम 10 मिनट लगते हैं। इससे ज्यादा समय भी लग सकता है।
डिसइनफेक्टैंट लगाकर सतह को कम से कम 10 मिनट के लिए छोड़ा जाए
हालांकि, समय के आधार पर यह तय करना ठीक नहीं है कि कौन-सा डिसइनफेक्टैंट ज्यादा अच्छा है। एंवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी की गाइडलाइन है कि किसी भी नए या अनजाने रोगाणु को मारने के लिए डिसइनफेक्टैंट लगाकर सतह को कम से कम 10 मिनट के लिए छोड़ा जाए।
डिसइनफेक्टैंट लगाने के बाद सतह को पोंछना भी जरूरी
पूरी तरह से डिसइनफेक्टैंट करने के चार स्टेप- सतह साफ करना (प्री-क्लीनिंग), फिर डिसइनफेक्टैंट लगाकर कुछ समय रुकना, पोंछना और पानी से धोना। प्री-क्लीनिंग सबसे ज्यादा जरूरी है क्योंकि धूल कई कीटाणुओं को छुपा सकती है। साबुन और पानी या आम घरेलू क्लीनर इस्तेमाल कर सकते हैं। डिसइनफेक्टैंट लगाकर कुछ समय के लिए छोड़ना भी उतना ही जरूरी है। उसके बाद पोंछना इसलिए जरूरी है क्योंकि डिसइनफेक्टैंट चिपचिपे दाग छोड़ सकते हैं, जिनमें फिर से रोगाणु जम सकते हैं। अंत में पानी से धोकर प्रक्रिया पूरी हो जाती है।
ब्लीच और बिना ब्लीच वाले डिसइनफेक्टैंट
नॉनब्लीच डिसइनफेक्टैंट ‘सैनिटाइज’ करते हैं, डिसइनफेक्टनहीं। ये कपड़ों या नाजुक सतहों के लिए अच्छे हैं। कठोर सतहों पर इन्हें ज्यादा देर (4 से 10 मिनट तक) इस्तेमाल करना पड़ता है। वहीं ब्लीच वाले डिसइनफेक्टैंट किचन, बाथरूम की ठोस सतहों पर से एक मिनट में भी कोरोना वायरस हटा सकते हैं। लेकिन ये कपड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए कपड़े वाली सतह पर इन्हें इस्तेमाल न करें। डिसइनफेक्टैंट खरीदते समय देखें कि इसमें ब्लीच है या नहीं। ब्लीच वाले डिसइनफेक्टैंट स्किन के लिए भी ठीक नहीं हैं और इनसे परेशान करने वाली भाप भी उठ सकती है। इन्हें इस्तेमाल करते समय खिड़कियां खुली रखें, ग्लव्स पहनें।
खुद डिसइनफेक्टैंट कैसे बनाएं
घर पर भी डिसइनफेक्टैंट बना सकते हैं। कठोर सतहों के लिए रैगुरल क्लोरीन ब्लीच और पानी इस्तेमाल कीजिए। लेकिन, डिसइनफेक्टैंट बनाने से पहले ब्लीच के बारे में निर्देश जरूर पढ़ लें।सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन कहता है कि ऐसा ब्लीच कोरोना पर असरदार है जो एक्सपायर न हुआ हो। इसे 1:48 के अनुपात में इस्तेमाल करें। यानी एक हिस्सा ब्लीच में 48 हिस्सा पानी, लगभग एक लीटर पानी में 4 छोटी चम्मच (टीस्पून) ब्लीच। इतना ही मिक्सचर बनाएं जो एक-दो दिन चले।
सावधानी भी जरूरी
ब्लीच मिक्सचर केवल ठोस सतहों पर इस्तेमाल करें। क्लीनिंग मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के एजुकेशन मैनेजर मार्क वार्नर कहते हैं कि ब्लीच कपड़ों और नाजुक सतहों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। भाप भी हानिकाकर है, जिससे गले में दर्द और मुंह का स्वाद बिगड़ने की शिकायत होती है। इसलिए हमेशा हवा का इंतजाम कर, खिड़कियां खुली रखकर ही ब्लीच वाले डिस्इंफेक्टैंट का इस्तेमाल करें। वार्नर कहते हैं कि ब्लीच में कभी एमोनिया या एमोनिया युक्त चीजें, विनेगर या जंग मिटाने वाले लिक्विड, तेजाब आदि न मिलाएं। इससे जहरीली गैस बन सकती है। डिसइनफेक्टैंट लगाने के लिए पेपर टॉवल सबसे अच्छा विकल्प है। कपड़ा या पोंछा इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें हर बार इस्तेमाल के बाद धोएं और बदलते भी रहें।
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