(सूर्यप्रकाश तिवारी)अमेरिका काे काेराेना संक्रमण से छुटकारा दिलाने में कई भारतवंशी डाॅक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत पीवी नरसिम्हा राव की छाेटी बेटी डाॅ. विजया साेमराजू भी हैं। वे बेलाॅइट हेल्थ सिस्टम में संक्रामक रोग विशेषज्ञ हैं और विस्कॉन्सिन राज्य के रॉक काउंटी में सेवाएं दे रही हैं। पिछले 23 वर्षाें से चिकित्सा क्षेत्र में योगदान दे रही डॉ. विजया को निमोनिया, फ्लू जैसे रोगाें की चिकित्सा में विशेष अनुभव है। उन्होंने कोरोना से निपटने में सामने आ रही चुनौतियों को भास्कर से साझा किया है।
बिना लक्षणों के भी आता है वायरस: डॉ विजया
डाॅ. विजया ने फाेन पर दैनिक भास्कर से कहा- अमेरिकियाें की दिनचर्या लगातार गतिशील रहती है। वैसे ही यह वायरस भी लगातार मूविंग टारगेट की तरह व्यवहार कर रहा है। इसीलिए इसे नियंत्रित करने में मुश्किल हो रही है। वायरस आना नई बात नहीं है, लेकिन ऐसा वायरस पहले कभी नहीं देखा। इसलिए स्वास्थ्य में गड़बड़ी नजर आए तो सचेत रहने की जरूरत है, क्याेंकि यह वायरस बिना लक्षणों के भी आता है।’
इम्यून सिस्टम सुधारती है हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन काे लेकर डाॅ. विजया ने कहा कि यह दवा विशेष परिस्थितियों में दी जाती है, वह भी एजिथ्रोमाइसिन के साथ। इन दोनों दवाइयों से कोरोना संक्रमित मरीज के जल्द ठीक होने की संभावना इसीलिए होती है क्योंकि यह दवा फेफड़ाें में आई गड़बड़ी की वजह से सांस लेने में होने वाली तकलीफ को कम करती है।
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