देश के इन दो शहरों से कोरोना महामारी के बीच उम्मीदकी तस्वीरें सामने आई है। पहली तस्वीर जयपुर के एसएमएस अस्पताल के चरक भवन की है। इसे कोविड ओपीडी और ओईपीडी सेंटर बनाया गया है। यहां मरीजों की जांच और देखभाल के लिए अलग से स्टाफ है और इंचार्ज रखे गए हैं। वहीं चेन्नई में मरीजों का डॉक्टर अच्छे से ख्याल रखे रहे हैं।
सीढिया छूकर ही अंदर जाता है स्टाफ
जयपुर के एसएमएस अस्पताल के चरक भवन कोविड ओपीडी और आईपीडी सेंटर बनाया गया है। मरीजों की जांच और देखभाल के लिए अलग से स्टाफ है और इंचार्ज हैं। हर कोई चाहता है बीमारी थमे...लोगों को निजात मिले। बस, यही दुआ सभी के जुबान पर है, मन में और हाथों पर भी। इसीलिए एसएमएस के चरक भवन में जाने वाला स्टाफ हर दिन यहां सीढिया छूकर ही अंदर जाता है। स्टाफ का कहना है कि दुआ यही कि हे ईश्वर, यह सिलसिला यहीं थमे, यहीं रुके। जो भर्ती हैं- उनकी रिपोर्ट निगेटिव आए और जो पॉजिटिव हैं, वे जल्दी सही हों। इसी क्रम में चरक भवन में घुसने से पहले सीढियां छूते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. डीएस मीणा, कोविडि इंचार्ज डॉ. जगदीश मोदी, डॉ. अनिल दुबे, डॉ. अनुराग के अलावा वार्ड ब्याय विक्रम, कृपाशंकर, मुनावर सहित अन्य स्टाफ नजर आए।
बुजुर्ग ने मछली-चावल की इच्छा जताई...डॉक्टर ने हाथ से खिलाया
चेन्नई में लॉकडाउन के बीचडॉक्टर कैसे मरीजों का ध्यान रख रहे हैं, उसकी बानगी यह तस्वीर बयां करती है। डॉ. जॉर्जी अब्राहम एक 75 वर्षीय मरीज को अपने हाथों से खाना खिला रहे हैं। डॉ. अब्राहम ने बताया- ‘यह बुजुर्ग काफी गरीब है। मछली-चावल खाने की इच्छा जाहिर की थी। मैं ये इच्छा पूरी करना चाहता था, इसलिए मछली-चावल मंगवाया। रिश्तेदार वार्ड में नहीं आ सकते, इसलिए मैंने खुद ही खाना खिलाया।’
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