2020 के 100 दिन बीत चुके हैं। लेकिन बॉलीवुड को इनमें से सिर्फ 73 दिन ही मिले। इसकी वजह कोरोनावायरस के चलते देश में लगाया गया लॉकडाउन है। जहां पूरा देश में 22 मार्च से लॉकडाउन घोषित हुआ तो वहीं बॉलीवुड में इसका असर इससे भी 9 दिन पहले से देखने को मिलने लगा था। महाराष्ट्र में पैर फैलाते संक्रमण को देखते हुए 13 मार्च से ही ज्यादातर सिनेमाघर बंद कर दिए गए थे। फिर 19 मार्च से सभी तरह के प्रोडक्शंस पर प्रतिबंध लगा दिया गया और फिल्मों की रिलीज डेट टाल दी गई। इस तरह पिछले 27 दिनों में इंडस्ट्री को 500-600 करोड़ का घाटा हुआ है। अगर कोरोना का प्रकोप न होता तो निशिचित तौर पर ये 100 दिन पिछले साल के मुकाबले काफी मजबूत होते।
...तो 50 सालों का गौरवपूर्ण साल होता 2020
ट्रेड विश्लेषक, मल्टीप्लेक्स मालिक और 40 सालों से डिस्ट्रीब्यूशन में सक्रिय राज बंसल कहते हैं, "अगर कोरोनावायरस नहीं आता तो यकीन मानिए 2020 फिल्म इंडस्ट्री के लिए 50 साल का गौरवपूर्ण साल होता। इससे बड़ा साल फिल्म इंडस्ट्री ने 50 साल में नहीं देखा होता।" बंसल ने यह बात रेवेन्यु को ध्यान में रखकर कही। वे कहते हैं कि कई बड़ी और बेहतरीन फिल्में इस साल आने वाली थीं। लेकिन किसी की नजर लगी और सब गड़बड़ हो गया।
100 दिन में 500- 600 करोड़ का घाटा
राज बंसल की मानें तो 2020 के पिछले 100 दिनों में इंडस्ट्री को 500-600 करोड़ रुपए का घाटा लगा है। इनमें सबसे बड़ा नुक्सान दो फिल्मों 'सूर्यवंशी' और '83' का है। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी अक्षय कुमार स्टारर 'सूर्यवंशी' 24 मार्च को रिलीज होने वाली थी और इसे 6 दिन का शुरुआती वीकेंड मिलने वाला था। ऐसे में बंसल का अनुमान है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 200-250 करोड़ रुपए का बिजनेस करती। वहीं, कबीर खान के निर्देशन में बनी '83' 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में लगने वाली थी और माना जा रहा था कि रणवीर सिंह स्टारर यह फिल्म भी 150-175 करोड़ रुपए का कलेक्शन आराम से कर ले जाती।
27 दिन से बंद हैं सिनेमाघर
2020 में सिनेमा हॉल 100 में से सिर्फ 73 दिन ही खुले रहे। पिछले 27 दिन से लगभग पूरे देश के सिनेमाघर बंद हैं। आखिरी फिल्म जो चल सकी, वह टाइगर श्रॉफ स्टारर 'बागी 3' थी, जो 6 मार्च को रिलीज हुई थी। फिल्म करीब 9 दिन चली और लगभग 93 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया। वहीं, लॉकडाउन का सबसे बड़ा नुक्सान इरफान खान स्टारर 'अंग्रेजी मीडियम' ने उठाया। यह 13 मार्च को रिलीज हुई थी और ठीक इसी दिन राज्य सरकारों ने महाराष्ट्र के पांच बड़े शहरों में मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, पिम्परी चिंचवाड़ और नागपुर के साथ मध्य प्रदेश के सभी सिनेमाघर बंद करने की घोषणा कर दी। दिल्ली में इस तालाबंदी का ऐलान एक दिन पहले यानी 12 मार्च को ही हो गया था। 14 मार्च को राजस्थान और फिर पूरे देश में सिनेमाघर बंद कर दिए गए।
तालाबंदी के 27 दिनों की मार इन फिल्मों पर पड़ी
फिल्म | प्रस्तावित रिलीज डेट | स्टेटस |
अंग्रेजी मीडियम | 13 मार्च | रिलीज के बाद सिर्फ दो दिन चली। |
संदीप और पिंकी फरार | 20 मार्च | रिलीज टली |
सूर्यवंशी | 24 मार्च | रिलीज टली |
हाथी मेरे साथी | 2 अप्रैल | रिलीज टली |
83 | 10 अप्रैल | रिलीज टली |
73 दिन की कमाई 800 करोड़ से ज्यादा
2020 में जिन 73 दिनों में सिनेमाघर खुले, उनमें बॉलीवुड और हॉलीवुड मिलाकर 65 से ज्यादा फिल्में रिलीज हुईं और बॉक्स ऑफिस पर सभी ने करीब 824 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया। लेकिन जिन 27 दिनों में सिनेमाघरों में तालाबंदी रही, उनमें 500-600 करोड़ का घाटा लगा। यानी कि अगर पूरे 100 दिन सिनेमाघर खुलते तो बॉक्स ऑफिस का आंकड़ा लगभग 1400 करोड़ रुपए होता, जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 150 करोड़ ज्यादा है। 2019 में 100 दिन के अंदर 70 से ज्यादा फिल्में रिलीज हुई थीं और सभी ने करीब 1260 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था।
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रहीं फिल्में
लॉकडाउन के चलते फिल्ममेकर्स अपनी फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करने लगे हैं। डायरेक्टर होमी अदजानिया अपनी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' को लॉकडाउन खुलने के बाद दोबारा थिएटर्स में रिलीज करने की प्लानिंग कर रहे थे। हालांकि, इरफान खान और राधिका मदान स्टारर इस फिल्म की स्ट्रीमिंग 6 अप्रैल से डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि भविष्य में कुछ और बड़ी फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आ सकती हैं।
चीन से सीख ले सकता है बॉलीवुड
राज बंसल कहते हैं, "लॉकडाउन के बाद अप्रैल में चीन ने सिनेमा हॉल खोलने की कोशिश की थी। लेकिन एक दिन में एवरेज तीन हजार लोग ही फिल्में देखने पहुंचे। जबकि कोरोनावायरस के प्रकोप से पहले सिनेमाघरों तक एवरेज 20 लाख लोग रोज पहुंचते थे। लेकिन वायरस के बाद सिनेमाघर दो दिन भी नहीं चल सके। तीसरे दिन इन्हें बंद कर दिया गया।"
बंसल आगे कहते हैं, "मुझे नहीं लगता कि फिल्म उद्योग में सितंबर तक हालात सामान्य होंगे। सिनेमाघरों में पहले छोटी फिल्में रिलीज करके देखी जाएंगी। यदि वे चलती हैं, तो बड़ी फिल्मों को लाने का फैसला लिया जाएगा। अगस्त से पहले दर्शकों को बड़ी फिल्में मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है।"
लॉकडाउन के बाद भी 20-30 फीसदी का नुक्सान
बंसल की मानें तो लॉकडाउन के चलते कई बड़ी फिल्मों की रिलीज आगे बढ़ गई है। ऐसे में आने वाले समय में कोई सप्ताह ऐसा नहीं जाएगा, जब दो-दो, तीन-तीन फिल्में साथ रिलीज होंगी। ऐसे में इंडस्ट्री को 20-30 फीसदी का नुक्सान तय है।
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