(जिन वु और एलिसन मैक्केन)कोरोना से दुनियाभर में मौतों के जो आंकड़े बताए जा रहे हैं, वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के ताजा विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले माह कोरोना से बताई गई मौतों से 25 हजार ज्यादा हुई हैं। कोरोना से संक्रमित 11 देशों के डाटा के विश्लेषण से आएनतीजों के अनुसार, पिछले माह इन देशों में पिछले साल की तुलना में ज्यादा लोगों की मौत हुई। इनमें कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों से हुई मौतें भी हैं। कुछ मौतें इसलिए भी हुई हैं कि दूसरी बीमारियों के मरीजों को भर्ती नहीं किया गया। आंकड़ों में भी कमी दिखाई गई, क्योंकि लोगों ने सोचा कि वायरस से जिनकी मौत हुई है, वो वैसे भी मरने वाले थेपर वास्तविकता इससे अलग है।
इन देशों में सामान्य से ज्यादा मौतें...
क्षेत्र |
कोरोना से मौतें |
कुल मौतें | अंतर |
स्पेन 9 मार्च -5 अप्रैल |
12,401 | 19,700 | 7,300 |
इंग्लैंड & वेल्स 7 मार्च से 10 अप्रैल |
10,335 | 16,700 | 6,300 |
फ्रांस 9 मार्च से 5 अप्रैल |
8,059 | 10,500 | 2,500 |
न्यूयॉर्क सिटी 11 मार्च से 18 अप्रैल |
13,240 | 17,200 | 4,000 |
नीदरलैंड्स 9 मार्च से 5 अप्रैल |
2,166 | 4,000 | 1,900 |
इस्तांबुल 9 मार्च से 12 अप्रैल |
1,006 | 2,100 | 1,100 |
जकार्ता मार्च |
84 | 1,000 | 900 |
बेल्जियम 9 मार्च से 5 अप्रैल |
1,632 | 2,300 | 700 |
स्विट्जरलैंड 9 मार्च से 5 अप्रैल |
712 | 1,000 | 300 |
स्वीडन 9 मार्च से 12 अप्रैल |
1,160 | 1,100 | -50 |
कई देशों ने देरी से स्वीकारा, तब तक संक्रमण फैल चुका था
अधिकारिक और असल आंकड़ों में बड़ा अंतर उन देशों में ज्यादा दिखा है, जिन्होंने समस्या स्वीकारने में देरी की। जैसे इस्तांबुल में 9 मार्च से 12 अप्रैल के बीच 2100 मौतें सामान्य से ज्यादा हुई हैं। यह आंकड़ा सरकारी आंकड़ों का दोगुना है। मार्च मध्य में मृत्यु दर में बढ़ोतरी यह बताती है कि यहां संक्रमण फरवरी में ही शुरू हो चुका था। यानी जब तक तुर्की की सरकार पहले मरीज की शिनाख्त करती तब तक संक्रमण काफी बढ़ चुका था।
न्यूयॉर्क में आम दिनों के मुकाबले चौगुनी मौतें हो रही हैं
ऐसे ही मार्च में इंडोनेशिया सरकार ने जकार्ता में कोरोना से मरने वालों की संख्या 84 बताई थी, जबकि जकार्ता के कब्रिस्तानों में सामान्य से 1 हजार ज्यादा शव दफनाए गए। इस बीच,पेरिस में आम दिनों की तुलना में दोगुनी मौतें हो रही हैं। ये फ्लू महामारी के वक्त होने वाली मौतों से भी ज्यादा है। बात अगर न्यूयॉर्क की हो तो वहां भी आम दिनों की तुलना में चौगुनी मौतें हो रही हैं। दरअसल,यूरोपीय देशों में 20-30% मौतें ज्यादा रही है। यानी मौतों की संख्या लाखों में पहुंचती है।
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